बिन्दु और चन्द्रबिन्दु मेँ अन्तर है । बालक हँस रहा है और हंस एक पक्षी का नाम है । हँस को हंस लिखना गलत है । यदि मात्रा के साथ ही मिलकर नाक से आवाज आती है तो चन्द्रबिन्दु का प्रयोग होना चाहिए जैसे हँस, माँ, हाँ । लेकिन बिन्दु की ध्वनि अलग से आती है मात्रा के साथ मिलकर नहीँ आती जैसे कंस, हंस ।
चन्द्रबिन्दु के स्थान पर बिन्दु का प्रयोग कभी छपाई की समस्या के कारण आरम्भ हुआ था लेकिन अब चलन मेँ आ गया है। बिन्दु का प्रयोग हर स्थान पर अकारण होने लगा है । इसके कारण बहुत से भ्रम होते हैँ और देवनागरी जैसी वैज्ञानिक लिपि मेँ यह प्रयोग अवैज्ञानिक भी है । गलत प्रयोग से बचेँ ।
गलत :- हूं , हां, मां, नहीं , मैं , क्यों, बच्चों, यहां, वहां, जहां, तहां, कहां …
सही :- हूँ , हाँ, माँ, नहीँ , मैँ, क्योँ, बच्चोँ, यहाँ, वहाँ, जहाँ, तहाँ, कहाँ, …
सही :- हंस, कंस, वंश, सिंह