वृत्त का विलोम क्या होगा?

वृत्त शब्द सञ्ज्ञा तथा विशेषण दौनों ही अर्थों में प्रयोग किया जाता है। विशेषण के रूप में इसके अनेक अर्थ हैं तथा उनके भिन्न भिन्न विलोम शब्द भी।

विशेषण के रूप में वृत्त के अर्थ तथा विलोमार्थक शब्द हैं:

  • बीता हुआ । गुजरा हुआ । विलोम: अवृत्त, अनादि, भविष्य।
  • दृढ़ । मजबूत । विलोम: भंगुर
  • जिसका आकार गोल हो । वर्त्तुल । विलोम: सरल, सीधा। विशेष टिप्पणी: वृत्त के मूल सञ्ज्ञा रूप में जो अर्थ हैं उससे वृत्त का ऐसी आकृति के रूप में विवरण है जो मुड़ी हुई है अथवा घूम हुई है, इसे गोले के अर्थ में एक विशेष स्थिति में ही प्रयोग किया जाता था, अब यह विशेष अर्थ मुख्य हो गया है। किन्तु इसके विलोम स्वरूप में किसी ऐसी आकृति जो गोल न हो का गुण (यथा तिकोनी, चौकोर आदि) विलोम नहीं प्रयोग कर किसी ऐसी आकृति का, जो घूम कर बन्द न होती हो अथवा न मुड़ती हो, विशेषण के रूप में प्रयोग करना उचित है।
  • मृत । मरा हुआ । विलोम: जीवित, जीवन्त
  • जो उत्पन्न हुआ हो । जात । विलोम: अज
  • अस्तित्वमय । विद्यमान । विलोम: काल्पनिक, विनष्ट
  • निष्पन्न । सिद्ध । विलोम: अप्रमेय, मिथ्या
  • ढका हुआ । आच्छादित । विलोम: अनावृत, प्रत्यक्ष, विवृत, अवृत।
  • अनुष्ठित । कृत । विलोम: असंपादित, अधूरा, अकृत
  • पठित । अघीत । विलोम: अपठित,
  • प्रसिद्ध । विख्यात । विलोम: अज्ञात
  • गठित । संभूत । विलोम: भग्न, विभक्त, विविक्त

सञ्ज्ञा रूप में इसके (वृत्त के) अर्थ हैं :—

(पुल्लिंग)

  • चरित्र । चरित ।
  • ऋग्वेद में बाधाओं का मूर्त रूप, मुड़ा हुआ, मुड़ कर अथवा घूम कर बन्द होने वाली आकृति अथवा इस प्रकार का स्थान।
  • वेदों और शास्त्रों के अनुकुल आचार रखना ।
  • आचार । चाल चलन ।
  • स्तन के आगे का भाग । चूचुक ।
  • सफेद ज्वार ।
  • गुंडा या गुंड नाम की घास ।
  • अंजीर ।
  • सतिवन ।
  • कछुआ ।
  • समाचार । वृत्तांत । हाल ।
  • बड़ों के आदर, इंद्रियनिग्रह और सत्य आदि की ओर होनेवाली प्रवृत्ति ।
  • महाभारत के अनुसार एक नाग का नाम ।
  • जीविका का साधन । वृत्ति ।
  • वह छंद जिसके प्रत्येक पद में अक्षरों की संख्या और लघु गुरू के क्रम का नियम हो । वर्णिक छंद । जैसे,—इंद्रवज्रा, उपेंद्रवज्रा, मालिनी आदि । विशेष: पदों के विचार से वृत्त तीन प्रकार के होते हैं । जिस वृत्त के चारों पद समान हों, ‘सम वृत्त’ कहलाता है; जिसमें चारों पद असमान हों, वह ‘विषम वृत्त’ कहलाता है; और जिसके पहले और तीसरे तथा दूसरे और चौथे पद समान हों, उसे ‘अर्ध समवृत्त’ कहते हैं ।
  • एक प्रकार का छंद जिसके प्रत्येक चरण में बीस वर्ण होते हैं । इसे गंडका और दंडिका भी कहते हैं ।
  • वह क्षेत्र जिसका घेरा या परिधि गोल हो । मंडल ।
  • वह गोल रेखा जिसका प्रत्येक विंदु उसके अंदर के मध्यविंदु से समान अंतर पर हो ।
  • दे॰ ‘वृत्तासुर’ ।
  • ऋग्वेद में वर्णित दानु के एक पुत्र का नाम जिसका इन्द्र ने वध किया (सरस्वती तथा बृहस्पति भी वृत्त हनने वालों के रूप में वर्णित हैं)

(स्त्रीलिंग रूप में सञ्ज्ञा)

  • बैंगन । भंटा ।
  • कड़वी ककड़ी ।
  • आँवला ।

वृत्त के घूमने को संस्कृत में वर्तन कहा गया है।

वृत्त का इण्डो-यूरोपीय मूल शब्द भी *wértti वेर्त्ति के रूप में ही परिकल्पित है। इस मूल शब्द से उत्पन्न वृत्त के बन्धु शब्द यह हैं:

  • ईरानी शाखा
    • अवेस्तन: 𐬬𐬀𐬭𐬆𐬙- (वरेत)। ऋग्वेद के इन्द्र के समान ही वृत्तघ्न का विवरण अवेस्ता में भी मिलता है।
    • फ़ारसी: گرد (गर्द) (व का ग में ह्रास)
    • ताजिक: гирд (गिर्द – गोल)
  • मितान्नी: वर्तन्ना (घूमना) ईसा पूर्व पन्द्रहवीं शताब्दी में यह लिखित प्रमाण रूप में वृत्त का सबसे प्राचीन बन्धु शब्द है।
  • स्लावी शाखा (घूमने के अर्थ में)
    • बेलारूसी: вярце́ць (व्यार्च्य्य्च)
    • रूसी: верте́ть (वर्तेत)
    • यूक्रेनी: верті́ти (वर्तिति)
    • बुल्गारियन: въртя́ (वारत्या)
    • मेकेदोनियन: врти (वृति)
    • सर्ब, क्रौत: вр́тјети (वृत्येति)
    • स्लोवान: vrtẹ́ti (वृतेति)चेख: vrtět (वृतेत)
    • पोलिश: wiercić (विएर्चिच)
    • स्लोवाक: vrtieť (वृतीत)
    • सोर्बियन: wjerćić (व्येर्चिच), wjerśeś (व्येसेस)
    • रोमानियन: vârtej (वार्तेय)
  • जर्मानिक शाखा (मूल्यवान, महत्ता के अर्थ में, होने के अर्थ में भी)
    • अंग्रेजी, स्कॉट: worth (वर्थ)
    • मूरिंग: wårde (वार्द)
    • फोह्र आम्रुम: wurd (वूर्द)
    • सेटरलैंड फ्रीसियन: wäide (वाइद)
    • West Frisian: wurde
    • सेक्सॉन: werthan (वेर्थान)
    • जर्मन (लो): werden (वर्देन), worden (वोर्देन)
    • डच: worden (वोर्देन)
    • अफ्रीकांस: word (वोर्द)
    • लिम्बर्गी: waere (वऍर)
    • अलमानी जर्मन: wërde (वेर्दे)
    • स्वाबियन: werra (वेर्रा)
    • मध्य फ्रांकोनियन : wääde, wäre
    • जर्मन: werden (वर्देन)
    • लक्सेम्बर्गी: wäerten (वाऍरतन)
    • पेंसिल्वेनियन जर्मन : waerre (वाएर्रे)
    • यिद्दिश: ווערן‎‎ (वर्न)
    • फारोइज, आइसलैंडिक: verða (वर्दा)
    • नॉर्वेजियन बोक्माल: vart (वर्ट)
    • नॉर्वेजियन न्यनोर्स्क: verta (वेर्ता), verte (वेर्ते)
    • स्वीडिश: varda (वर्डा)
    • डैनिश: vorde (वोर्द)
    • वेस्ट्रोबॉथ्नियन: wahl (वाह्ल)Elfdalian: werda
    • गोथिक: 𐍅𐌰𐌹𐍂𐌸𐌰𐌽 (वैर्दान)
  • इतालवी शाखा (घूमने, पलटने, बदलने आदि अर्थों में)
    • लैटिन: vetro (वेर्तो)
    • इतालवी: vertere (वर्तेरे)
    • पुरानी फ्रेंच: vertir (वर्तिर)
    • पुर्तगाली, स्पैनिश: verter (वर्तर)
  • अल्बानियन: rris (र्रिस)
  • केल्टिक शाखा: (सम्भवतः जर्मानिक शाखा से ऋण)
  • ब्रेटान:
    • gwerzh (ग्वेर्झ)
    • वेल्श, कॉर्निश: gwerth (ग्वर्द)

वृत्त शब्द के सभी अर्थों तथा इसकी व्युत्पत्ति और बन्धु शब्दों की जानकारी मेरे ब्लॉग पर पहले प्रकाशित हुई :—

वृत्त अनावृत


© अरविन्द व्यास, सर्वाधिकार सुरक्षित।

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क्या यहाँ पर गुंडा का तात्पर्य मार-पिटाई करने वाले व्यक्ति से भी है?

जी नहीं! इसका तात्पर्य गुण्डे व्यक्ति के अर्थ में नहीं।